Ishq Ke Rang, Shayari Ke Sang | इश्क़ के रंग, शेरों के संग
इश्क़ की राहों में जो चले, वो फ़ना हो गए,
जिनके दिल सच्चे थे, वो वफ़ा हो गए।
जिन्हें इश्क़ मिला नहीं, वो बेवफ़ा हो गए,
और जो मिले प्यार में, वो जुदा हो गए।
खुद को खो देते हैं, किसी को पाने के लिए,
मोहब्बत में बहकते हैं दीवाने के लिए।
मोहब्बत से खूबसूरत नशा नहीं कोई जमाने में,
दिल बहलता है इस बहाने के लिए।
वो कह कर गए थे लौट आएंगे,
हर ख्वाबों में हमको बसाएंगे।
अब इंतजार में उम्र गुज़र गई,
न आए वो, न कोई खबर लाएंगे।
दिल की हर धड़कन पर तेरा नाम लिख दिया,
तेरी यादों में अपनी शाम लिख दिया।
हवा से भी हल्का रिश्ता था तेरा,
अब तो तुझसे भी ज्यादा तेरा ग़म लिख दिया।
तेरा इंतजार करते करते उम्र यूं ही बीत जाएगी,
और मेरे दिल की धड़कन तुझसे ही जुड़ जाएगी।
मगर दिल से तेरा ख्याल कभी नहीं जाएगा,
हर सांस में तेरा नाम सदा रह जाएगा।
तेरे हुस्न के जादू का असर अब तक है,
तेरे इश्क का दिल में शहर अब तक है।
न जाने कैसे तुझसे नज़र मिलाई मैंने,
अब तो यादों का तू ही सफर अब तक है।
वो बात जो तेरे दिल में है, कह दो मुझसे,
इस उलझन का हल कर दो मुझसे।
शायद दिल की बेचैनी खत्म हो जाए,
और मोहब्बत में सब कह दो मुझसे।
वो साथ है मगर फासले ऐसे,
जैसे दरिया और किनारे ऐसे।
चाहा पास आना मगर दूर रह गए,
रह गए हम जैसे दो जुदा चहरे ऐसे।
हर एक खुशी का दर्द महसूस होता है,
और हर ग़म में तेरी याद का रुख होता है।
जब तेरी मोहब्बत का अफसाना याद आता है,
हर दर्द में तेरा चेहरा नज़र आता है।
ख्वाबों में बसाकर तुझे खो दिया मैंने,
जगा रहकर तेरा रास्ता देखा मैंने।
अब जागते हुए तेरा इंतजार करती हूं,
हर रात तुझसे मिलने की दुआ करती हूं।
Ishq Ke Rang 2 Line Shayari
इश्क़ की राहों में जो चले, वो फ़ना हो गए,
जिन्हें इश्क़ मिला नहीं, वो बेवफ़ा हो गए।
खुद को खो देते हैं, किसी को पाने के लिए,
मोहब्बत से खूबसूरत नशा नहीं कोई जमाने में।
वो कह कर गए थे लौट आएंगे,
अब इंतजार में उम्र गुज़र गई।
दिल की हर धड़कन पर तेरा नाम लिख दिया,
हवा से भी हल्का रिश्ता था तेरा, जो टूट गया।
तेरा इंतजार करते करते उम्र यूं ही बीत जाएगी,
मगर दिल से तेरा ख्याल कभी नहीं जाएगा।
तेरे हुस्न के जादू का असर अब तक है,
न जाने कैसे तुझसे नज़र मिलाई मैंने।
वो बात जो तेरे दिल में है, कह दो मुझसे,
शायद दिल की बेचैनी खत्म हो जाए।
वो साथ है मगर फासले ऐसे,
जैसे दरिया और किनारे मिलते ही नहीं।
हर एक खुशी का दर्द महसूस होता है,
जब तेरी मोहब्बत का अफसाना याद आता है।
ख्वाबों में बसाकर तुझे खो दिया मैंने,
अब जागते हुए तेरा इंतजार करती हूं।
Dil Ki Baat Shayari Mein
दिल की बात, शायरी में कह जाते हैं,
हर एहसास को अल्फ़ाज़ में ढल जाते हैं।
जो कह नहीं पाते जुबां से कभी,
वो शेरों में बनकर बहल जाते हैं।
दिल की बात छुपा कर रखी,
लफ़्ज़ों में सजाकर रखी।
जब ना कह सके किसी से खुलकर,
शायरी में उसे छुपाकर रखी।
शायरी का जादू है दिल से मिला,
हर दर्द, हर खुशी को लफ्ज़ों में पिरो दिया।
जो बात जुबां से कह न सकी,
शायरी के बहाने बयां कर दिया।
दिल की गहराई को शब्दों में पिरो देते हैं,
ख़ामोशी से ही दर्द को छुपा लेते हैं।
जो नहीं कह सकते खुलकर कभी,
शायरी की आड़ में सब कह देते हैं।
कहते हैं दिल की बात कहनी नहीं आती,
हर चाहत शायरी में बयां कर दी जाती।
हम नहीं कह पाए तुझसे खुलकर कभी,
लफ़्ज़ों की खामोशी में बात हो जाती।
शायरी है दिल की आवाज़ों का जादू,
हर धड़कन में बस जाता है एक तराना।
जुबां से कह न सकें जो कभी,
वो शेरों में सजाकर भेजते हैं पैग़ाम।
दिल की गहराइयों में एक ख्वाब बसाते हैं,
लफ़्ज़ों के सहारे इश्क़ जताते हैं।
जो कह नहीं पाए तुमसे कभी,
वही बात शायरी में कहते जाते हैं।
dil ki baat shayari ke saath
खामोश लफ़्ज़ों का असर कभी कम नहीं होता,
दिल के ज़ख्मों का इलाज यूं बयां नहीं होता।
जो बात कहने से डरते हैं लोग,
वो शायरी में बिना कहे कह दी जाती है।
तेरी यादों का हर एहसास शायरी बन जाता है,
दिल का हर दर्द, हर रास शायरी बन जाता है।
जो कह नहीं पाए कभी सीधी जुबां से,
वो हर रात अल्फाज़ में ढल जाता है।
दिल के जज्बातों को लफ्ज़ों का सहारा मिल गया,
हर ख्वाब को एक ख़ूबसूरत इशारा मिल गया।
जब भी तुमसे दिल की बात नहीं कह पाए,
शायरी का बहाना हसीं प्यारा मिल गया।
दिल में दबी बातों को कभी कह नहीं सके,
हसरतों को जुबां पर लाकर बह नहीं सके।
हर ख्वाब शायरी बन कर ही जिया हमने,
कहने की तमन्ना दिल में ही रह गई।
इश्क़ का हर दर्द छुपा है शायरी में,
दिल की हर बात दबी है खामोशी में।
जो जुबां से कह नहीं पाते किसी से,
वो अशआर बनकर लहराते हैं बयांगी में।
तूने जो दिल में हलचल मचाई है,
उसी हलचल ने हमें शायर बनाया है।
हर बात, हर एहसास तेरी यादों में ढलता है,
शायरी का हर लफ्ज़ तुझसे ही सजा है।
दिल में छुपी हर बात को जब नहीं कह सके,
चुपचाप अपने जज़्बात को सह नहीं सके।
शायरी के बहाने दिल का हाल बयां किया,
लफ़्ज़ों के सहारे ग़मों को बहलाया किया।
तेरी यादों का हर एक पैगाम शायरी बन गया,
दिल का हर ज़ख्म गमों का तरन्नुम बन गया।
जो तुझे कह न सके जुबां से कभी,
वही सादगी शायरी में ढल गया।
दिल के हर कोने में बस गई है शायरी,
तेरी यादों से महक गई है शायरी।
जो बात कह नहीं पाई जुबां से कभी,
वो लफ्ज़ों में सजती रही है शायरी।
शायरी में जो दर्द छुपा है वो सब जानते हैं,
हमारे दिल की बात वही समझ पाते हैं।
कहने से जो रुक जाते हैं लब हर बार,
शायरी में उसे लोग पढ़ पाते हैं।
इश्क़ की ख़ामोशी को अल्फ़ाज़ों का सहारा मिला,
जो नहीं कह सके, उस बात को इशारा मिला।
शायरी बनकर हर दर्द यूं ढल गया,
कि हर एहसास को एक पयाम मिला।
शायरी का हर लफ्ज़ तुम्हें पुकारता है,
दिल की हर धड़कन तेरा नाम पुकारता है।
तुमसे कहने की हिम्मत न हो पाई कभी,
पर हर शेर में तेरा ज़िक्र बार-बार आता है।
दिल की हर बात को जब लिखने बैठे हम,
हर अल्फाज़ में तेरा ही नाम आया।
जुबां खामोश रही चाह कर भी,
बस शायरी में तेरा पैग़ाम आया।
तेरी यादों का हर रंग शायरी में ढलता है,
जो दिल कह नहीं पाता वो कलम से निकलता है।
जुबां से कहने की हिम्मत जो हम न कर सके,
शेरों में तेरा नाम अक्सर निकलता है।
- Love Shayari In Hindi
- Pyar Aur Ishq Ki Behtareen Shayari
- Romantic Shayari In Hindi
- khoobsurat shayari
writer by: A K Shaikh