Dooriyan shayari in hindi
Upcoming Breakup day 23 November 2023
दूरियां ये एक ऐसी कठिनाई है जिंदगी का, और मुश्किल सफर जीने का, जिंदगी में जब किसी से प्यार होता है, और उससे बिछड़ न पर जाए तो बहुत मुश्किल से जिंदगी कटती है।।
आए दूर जाने वाले इतना तो बता हमें,
याद रखूं तुझे या भूल जाऊं जीना ये जमाना।
आए चांद इतना भी न दूर रहो हमसे,
के तुम बिन जीना मुहाल हो जाए।।
कुछ तो कमी है मुझ में ,
शायद इस लिए तुझे भुला न सके,
जब भी देखता हूं चांद को रातों में,
याद आती है वो गुजरी हुई बातों में,
न तन्हाईयां मिलती न दूरियां होते,
काश अनजाने में ये मोहब्बत का सिल सिला न होते,
जिंदगी जीने का मकसद भी मेरा
किसी और से कम न होता,
Door Dooriyan Shayari in hindi
दूर जाके दूरियां बढ़ा गई,
ये कैसी वफा थी तुम्हारी.
गम देके उम्र भर का मुझे ,
अकेला तड़पने को छोड़ गई.!!!
दूर रह कर मेरे इन बढ़ाया नही करते,
अपने यार को इस तरह यूं सताया नही करते,
जिन्हे वक्त हो इंतजार आपका….!!!!!!!!!
उसे अपनी आवाज के लिए तरसाया नही करते,
उस से दूर जाने का डर भी होता,
न पास रहने का हौसला होता,
न जाने फिर क्यूं ये मोहब्बत हमें,
अनजाना सा लगने लगता….!!!!
dooriyan shayari 4 line
ये कैसी मोहब्बत थी तुम्हारी जो
मुस्कुराहट छीन ले गई हमारी,
नजदीक आने का वादा कर के
दूरियां बढ़ाए जा रही हो ठुकरा के वफाएं हमारी,
बेवफाई यू न करो के जिंदगी अभी बाकी है,
न दूरियां बढ़ाओ के मोहब्बत अभी बाकी है,
एक मेरी मोहब्बत है जो तुम्हे भुला नहीं सकता,
और तुम कहती हो अब तुम में बचा ही क्या बाकी है,
बातो बातो में वो हमसे जुदा हो गई,
क्यों मोहब्बत हमारी ऐसे कमजोर हो गई,
जिस पे नाज था हमें अपनी वफाओं का.
आज वो हमारी जिंदगी से अलग होने की बाते कह गई।।
बददुआ भी नही दे सकते हम तुम्हे,
साथ रहने की कसमें जो खाई थी हमने,
जा आजाद कर दिया तुम्हे मैने अपने दिल से ,
तकदीर बनाने चले थे जो उम्मीदें वफा तुम से,
न वफाएं कर सकी तू,
न कातिल ही बन सकी,
खंजर निकाल के बेवफा,
बस मरने की दुआ दे गई,
जब प्यार नही था तो,
वफा की उम्मीद क्यूं दिखाई थी,
कत्ल करने के बहाने से बस,
खुद को मुमताज बता गई तू..!!
तू भी आइने की तरह बेवफा निकला,
जो सामने आते गए उसी का होता गया,
नहीं चाहिए मुझे तुम्हारी
झूठे मोहब्बतो की हस्ताक्षर,
मेरी वफाओं का गवाही ये दुनिया देगी,
Love 💕 certificate तुझे Sadshayri.in पे मिल जायेगी,
dooriyan shayari 2 line
बंद कर दो बना ना ये झूठी मोहब्बत का ताज महल,
सुबह होते ही बेवफा बन जाओगी..!!!!
उनकी दूरियां हैं कुछ मेल मिलाई,
जैसे तारों को है रात में सजाई। …
हमने भी ताज महल बनाने की सपने देखें थे,
पर क्या करे मेरी मुमताज ही बेवफा निकल गई,
इरादा न था तुमसे बिछड़ने की,
अब मजबूरी बन गई है तुझ से दूर जाने का,
तवक्कुल की थी हमने तुम्हारी झूठे मोहब्बत पर,
खुदा जाने फिर क्यूं बेवफा निकल गई,
तेरी झूठे वादों पर हमें यकीन आज भी है,
फिर क्यूं नही लौटती तुम पुराने राहों पर..?
बहुत तकलीफ़ होती है सीने में,
जो दर्द तूने बिना वजह देके गया था,
उनको हमसे मोहब्बत बेपनाह थी यारों,
आए थे हम अपनी जिंदगी का आसरा लेकर,
गले में फूलों हार पहना के दीवारों पे लटका दिया.
उसने हमें जिंदगी भर न भुलाने को.!!
दिल मेरा कॉच का तो न था,
फिर तू पत्थर बनने को क्यूं उतावला हो गए.
दिल से दूरियां बना के पूछते हैं
वो रातों में सोते क्यूं नही,
इतनी फिक्र है तुझे हमारी
तो फिर मेरे होते क्यूं नही ?
pyar mein dooriyan shayari
नजदीक आकर दूरियां क्यूं बढ़ाती हो.
अपने दोस्त इस तरह क्यूं रुलाते हो,
जिन्हे देखने को तरसती मेरी ये आंखें,
उसे इन निगाहों से क्यूं छुपाते हो,
अब उम्मीद भी क्या करे हम तुम से.
जब मेरी तकदीर ही बेवफा बन गई है.!!
तुझे न पाने की गीला भी किस से करें हम?
जब किस्मत लिखने वालो ने
अपनी स्याही की कद्र कर ली हो.!!
एक खुशी ही तो मांगा था तुमसे,
उम्र भर का गम देके जा रहे हो,
तुम्हारी एक छोटी मुस्कुराहट…
हमें उम्र भर सता ते रहेगी……….!
love dooriyan shayari
सपनो में आया था जो हमसफर बनके,
क्यूं गया फिर वो हमसे बेवफाई कर के,
चलते रहेंगे सिलसिला ए मोहब्बत यहां,
किसी एक को चले जाने से……….
जिंदगी अधूरी नही हो जाति…….!!!!!
बंद कर दो अब ये झूठी……
मोहब्बत की किताबे आए नजराना,
और कितनों को बरबाद करेगी..
तुम्हारी ये झूठी मोहब्बत की कहानियां,
वो चांदनी रातें वो यादों का मिलना,
रात के 11 बजे मुहर्रम का महीना,
कभी सोचा न था भूल जायेगी तू.
एक दिन उन यादों को संभालना.!!!
उनकी दूरियां की रंगीन है ये बातें,
मिलकर भी जुदा है हमें ये रातें,
पर दिल से जुड़ा है गहरे रिश्ते हमारे,
दूर होने पर भी वो दिल के पास है हमारे,
दोस्त की दूरियां है लम्बे सफर से कम,
हर मुश्किल का साथ देते हैं हम……
ये है हमारी दोस्ती का रंग. …………
न छूटे कभी एक दूसरे के संग…….!!!
मोहब्बत की दूरियां है अजीब खेल,
जब दिल से जुड़े थे हम एक दूजे के मेल.
चाहे कितनी लम्बी हो ये राहें…….
मोहबत मेरा हमेशा रहेगा अमर रहें.!
गम में तो हम भी डूबे हुए हैं जनाब
ये मुस्कुराहट तो सिर्फ दिखाने का है
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